प्रथम महिला गुरमीत कौर ने पारंपरिक तीज उत्सव की महत्ता और भारतीय संस्कृति में इसके महत्व पर प्रकाश डाला

मंगलवार को राजभवन में भारतीय संस्कृति की प्राचीन त्योहारों में से एक ‘‘हरियाली तीज’’ के पावन अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रथम महिला गुरमीत कौर ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग कर पारंपरिक तीज उत्सव की महत्ता और भारतीय संस्कृति में इसके महत्व पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण से हुई, जिसके बाद विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। नृत्य और संगीत के माध्यम से कलाकारों ने तीज के त्योहार का जीवंत चित्रण किया। इस अवसर पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने कहा कि तीज महोत्सव महिलाओं के सौंदर्य, श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। यह हमें भारतीय संस्कृति की गहराई और विविधता की याद दिलाता है। उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं को तीज की शुभकामनाएं दीं और इस पर्व के माध्यम से सभी के जीवन में खुशहाली और समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम के समापन पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने सभी का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम की सफलता के लिए आयोजकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और संजोए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। तीज प्रतियोगिता में श्रीमती संतोषी तीज क्वीन बनी। दूसरे स्थान पर श्रीमती सोनिया एवं तीसरे स्थान पर श्रीमती मीनाक्षी पंवार रहीं। इस अवसर पर विजेता महिलाओं को सम्मानित भी किया गया।

इस कार्यक्रम में आई.जी. विम्मी सचदेवा रमन, अपर सचिव राज्यपाल श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, वित्त नियंत्रक डॉ0 तृप्ति श्रीवास्तव सहित राजभवन परिवार की महिलाओं ने प्रतिभाग किया।